The smart Trick of sidh kunjika That Nobody is Discussing
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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः
नवरात्रि में देवी को प्रसन्न करने के लिए इसका पाठ करें. जानते हैं सिद्ध कुंजिका पाठ की विधि और लाभ.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः
दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि
गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति ।
देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्
श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः
अगर किसी विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र कर रहे हैं तो हाथ में जल, फूल और अक्षत लेकर जितने पाठ एक दिन में कर सकते हैं उसका संकल्प लें.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः
ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल हं सं लं क्षं फट् check here स्वाहा ॥ ५ ॥
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः
कुंजिका पाठ मात्रेण, दुर्गा पाठ फलं लभेत्।